Saturday, March 4, 2017

345

चल रे मन कहीं दूर चले
जहां सिर्फ प्यार का संसार हो
 ना सरहद का वार हो
ना मज़हब की दीवार हो ।
ना बिजली का करन्ट हो
ना काँटों का तार हो ।।
चल रे मन ..................

ना सियासी दांव हो
ना दुखो की बरसात हो ।
माँ का आँचल हो
बाप का प्यार हो ।।
चल रे मन ................

ना हिन्दू हो ना मुसलमान हो
जहाँ हर तरफ बस इंसान हो ।
आदमी से आदमी को प्यार हो
हर तरफ खुशियों के त्यौहार हो ।।
चल रे मन ...................

ना कोई ऊँच हो ना कोई नीच हो
ना कोई पंडित हो ना कोई अछूत हो ।
ना कोई स्वेत हो ना कोई श्याम हो
ना बात ,बात पे तकरार हो ।।
चल रे मन.............

बस चूल्हे की रोटी हो
और आम का आचार हो ।
दादी माँ की दुलार हो
और बूढ़ों की फटकार हो ।।
चल रे मन कहीं दूर चले
जहाँ सिर्फ प्यार का संसार हो

अवधेश सोनकर
चल रे मन कहीं दूर चले
जहां सिर्फ प्यार का संसार हो
 ना सरहद का वार हो
ना मज़हब की दीवार हो ।
ना बिजली का करन्ट हो
ना काँटों का तार हो ।।
चल रे मन ..................

ना सियासी दांव हो
ना दुखो की बरसात हो ।
माँ का आँचल हो
बाप का प्यार हो ।।
चल रे मन ................

ना हिन्दू हो ना मुसलमान हो
जहाँ हर तरफ बस इंसान हो ।
आदमी से आदमी को प्यार हो
हर तरफ खुशियों के त्यौहार हो ।।
चल रे मन ...................

ना कोई ऊँच हो ना कोई नीच हो
ना कोई पंडित हो ना कोई अछूत हो ।
ना कोई स्वेत हो ना कोई श्याम हो
ना बात ,बात पे तकरार हो ।।
चल रे मन.............

बस चूल्हे की रोटी हो
और आम का आचार हो ।
दादी माँ की दुलार हो
और बूढ़ों की फटकार हो ।।
चल रे मन कहीं दूर चले
जहाँ सिर्फ प्यार का संसार हो

अवधेश सोनकर

Monday, October 10, 2016

सपना के दोहे


1
लो टूट प्रेम के गए,सुन्दर थे जो कांच।
आज दिलों पर कर रही,नफरत नंगा नाच।।


2
प्रेम धागा तोड़ चला,बाँधा हमसे बैर।
समझे जिसको अपना हम,हुआ आज वो गैर।।

3
दूर गया कोई नहीं, सब हैं रहते पास।
मन को फिर क्या सालता, हरपल रहे उदास।।

4
हैरान हूँ मैं देखकर,झूठ के ठाठ-बाट।
तिकड़मबाजी का चलन,सच है बिकता हाट।।

5
देत अल्लाह बांग तू,काम करे जल्लाद।
बेटा झगडे बाप ते,होवे खुद बर्बाद।।

6
हाथ थाम आतंक का,करते फिरें विनाश।
पेशावर जैसी भले,बिछती जाएँ लाश।।

7
अशिक्षा नर्क समान है, काहे करती खेद।
ज्ञान दीप जलाकर तुम,अन्धकार दो भेद।।



सपना मांगलिक
फ659 कमला नगर
आगरा 
sapna8manglik@gmail. com

For Writers

For Writers
Welcom